नेता
राजनीति के भंवर मे सब नेता बन गये हैं
इस देश के निर्माता अभिनेता बन गये हैं
महिलाओं की आज़ादी के भाषण कूटते हैं
चौरास्ते पर उनकी इज्जत लूटते हैं
गरीबों की भलाई के लिये क्या नही करते
उनके नाम की ग्रांट से अपनी जेबें भरते
भ्रष्टाचार खत्म करने की कसमे खाते हैं0
बेईमानी की गंगा मे दिन रात नहाते हैं
जो सच्चा इनसान हो उससे तो कतरातेहैं
वो काम कराने जाये तो उसे डराते है
काम कराना हो इनसे तो नेतगिरी दिखलाओ
विपक्षी की निन्दा करो इस नेता के गुण गाओ
15 comments:
कविता गहरी चोट करती है
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तख़लीक़-ए-नज़र । चाँद, बादल और शाम । गुलाबी कोंपलें । तकनीक दृष्टा
क्योंकि वो जानते थे और जानते हैं कि जनता की मानसिकता और उनका उपयोग अपनी भलाई में कैसे किया जाए .... जानते हैं जनता बातें बहुत करती है ...लेकिन अंततः होना तो यही है कि हम जैसा ही कोई नेता कुर्सी पर बैठेगा ....इसी लिए वो ऐसे हैं ...और खूब घी, दूध, मक्खन की छान रहे हैं ...करोडों कमा रहे हैं और खुद को गरीब जाता रहे हैं
नेता और कुदाल की नीति रीति है एक।
समता खुरपी सी नहीं वैसा कहाँ विवेक।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
satik rachana,gehra waar kar gayi,waah lajawab
karara kataksh. nirmala ji neta naam to abhishaap hi ban gaya hai.
नेताओं के चरित्र पर
करारा प्रहार।
aap punjab se hain na, debi makhsoospuri ki ek line yaad aayi:
Saade chehre ne insaanan de, insaanan wali baat nahi;
Ik paisa chahudar yaad hai bas, chete apni aukaat nahi.
Album:Debi Live 3
Song: Rabba
सटीक एवं शार्प कविता.
राजनीति के भंवर मे सब नेता बन गये हैं
इस देश के निर्माता अभिनेता बन गये हैं
एकदम सही तस्वीर है...
राजनीति पर तीखी टिप्पणी है आपकी गजल।
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TSALIIM
SBAI
महिलाओं की आज़ादी के भाषण कूटते हैं
चौरास्ते पर उनकी इज्जत लूटते हैं
bhut sahi kaha hai
abhineta ka kam hota hai abhinay karna vo kam vo bakhubi kar rhe hai
jha paisa mile mile nachne chle jate hai jha paisa mile bhashan dene phuch jate hai .
सत्यवचन।
bahut kuchh kaha ya shayad sab kuchh kah diya. bahut khoob.
बहुत बहुत शुक्रिया आपने मेरे दोनों ब्लॉग पर बहुत ही सुंदर टिपण्णी दी है! आते रहिएगा!
मैंने आपका ये ब्लॉग आज पहली बार देखा और बेहद पसंद आया! बहुत ही शानदार लिखा है आपने!
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