श्री नवीन चतुर्वेदी जी के ब्लाग -- http://samasyapoorti.blogspot.com/ दोहा के बारे मे पढा तो सोचा यहाँ भी हाथ आजमा लिया जाये। पहली बार दोहे लिखे हैं। सही गलत आप लोग देख लें।
दोहे
1
जीवन मे माँ से बडा
और नही वरदान
माँ चरणों की धूल ले
खुश होंगे भगवान।
2
भारत की गरिमा बचा
कर के सोच विचार
भगत सिंह,आज़ाद का
सपना कर साकार
3
वेद पुराण भुला दिये
भूले सच्चे ग्रंथ
भाँति भाँति के संत हैं
भाँति भाँति के पंथ
4
मीरा बोली साँवरे
कर जोगन से प्रीत
इन चरणों मे शरण दे
निभा प्रेम की रीत
5
गुस्सा अपना पी लिया
शिकवा था बेकार
बढ ना जाये फिर कहीं
आपस मे तकरार
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1
जीवन मे माँ से बडा
और नही वरदान
माँ चरणों की धूल ले
खुश होंगे भगवान।
2
भारत की गरिमा बचा
कर के सोच विचार
भगत सिंह,आज़ाद का
सपना कर साकार
3
वेद पुराण भुला दिये
भूले सच्चे ग्रंथ
भाँति भाँति के संत हैं
भाँति भाँति के पंथ
4
मीरा बोली साँवरे
कर जोगन से प्रीत
इन चरणों मे शरण दे
निभा प्रेम की रीत
5
गुस्सा अपना पी लिया
शिकवा था बेकार
बढ ना जाये फिर कहीं
आपस मे तकरार
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