कैलिफोर्निया ब्लागर मीट
विदेश मे किसी हमवतन दोस्त मित्र् के मिलने पर जो खुशी मिलती है वो शब्दों मे नहीं कही जा सकती। अमेरिका आने के बाद पता चला कि डा़ श्रीमती अजित गुप्ता जी भी अमेरिका आ रही हैं और वो भी जिस सिटी मे मै आयी हूँ वहाँ, तो खुशी का ठिकाना नही रहा। वो चार मई को कैलिफोर्निया आयी तो अगले दिन फोन पर बात हुयी। बस फिर क्या था ब्लागर मीट का स्थान और समय तय हो गया। स्थान था मैन्शन ग्रोव सान्टा क्लारा मेरी बेटी के घर पर , 11 मई को शाम 6 बजे । लेकिन वो आयी इन्डियन स्टैन्डर्ड टाईम पर मतलव 7 बजे।[ अजित जी मजाक कर रही हूँ बुरा न मानें]
मै अजित जी को बहुत पहले से जानती थी जब वो ब्लागर भी नही थी। जब वो मधुमती पत्रिका की सम्पादक बनी तब से और कुछ पढूँ या न पढूँ उनके सम्पादकीय जरूर पढती थी। उनसे मिलने की इच्छा जरूर थी मगर लगता नही था कि कभी मिलेंगे। फिर जब ुन्होंने अपना ब्लाग बनाया तो मुझे सब से अधिक खुशी हुयी। अब तक जो उनकी छवी उनकी तस्वीरें देख कर बनी थी लगता था कि उम्र मे मुझ से बडी होंगी लेकिन उस दिन देखा तो हैरान रह गयी । वो तो मुझ से भी छोटी हैं। है तो दो साल छोटी मगर देखने मे कई साल छोटी लगती हैं उनकी भोली सी सूरत और सौम्य सा चेहरा देख कर मै तो मोहित हो गयी। उनके साथ उनके पति उनका बेटा और बहु भी थे। उनका बेटा यहाँ सिस्को कम्पनी मे कार्यरत है। हम भारतितों मे एक खासियत है कि हम चाहे किसी भी राज्य से सम्बन्धित हों मगर हम एक दूसरे से जब भी मिलते हैं कहीँ न कहीँ अपनी जान पहचान निकल ही आती है। उस दिन भी अइसा ही हुया अजित जी ने बताया कि वो भारत विकास परिषद् संस्था की राष्ट्रीय चैयरपर्सन हैं, इस सिलसिले मे वो यहाँ आने से पहले पठानकोट [पंजाब्] गयी थी। मेरे दामाद ने कहा कि पठानकोट तो मेरा घर है, आप वहाँ किसे जानती हैं उन्होंने बताया कि मेरे बेटे के बहुत पक्के दोस्त वहाँ रहते हैं
जब उन्होंने उसका नाम बताया तो वो मेरे दामाद के कजिन निकले बस फिर तो और कई सूत्र मिलते गये और कई यादें ताज़ा होती रही। उनके पति डाक्तर गुप्ता जी भी बहुत मृ्दु स्वभाव के हैं बेटा बहुत भी बहुत मिलनसार हैं। बहु ने यहाँ से डेण्टिस की डिग्री ली है उसी समारोह मे भाग लेने के लिये अजित जी अमेरिका आयी हैं। लगभग तीन घन्टे तक हम लोग खूब गप्पें लडाते रहे।जित जी मेरे लिये अपनी पुस्तक बौर आये बौराँऊँ नहीं{ सांस्कृतिक निबन्ध] की पुस्तक उपहार सवरूप लाई थी मैने उन्हें अपनी कहानी पुस्तक प्रेम सेतु भेंट की। इस तरह खाते पीते हंसते बातें करते हमारा ब्लाग सम्मेलन समाप्त हुया। आज कल वो लास अन्ज्लेस गयी हैं उनके आने पर मै भी उनके घर जाऊँगी सब से बडी बात है कि मेरी बेटी के घर और उनके घर मे वाकिन्ग डिस्टेन्स है। पैदल सैर करते हुये निकल जायेंगे। ब्लाग पर भी कुछ चर्चा हुयी मगर अधिक नही। की हाँ बच्चों ने जरूर हमारी ब्लाग मीट पर फबतियाँ कसी। अब पते की बात ये है कि अगर हम दोनो ब्लागर न होती तो क्या अइसे विदेश मे मिल पाती? आखिर ब्लाग से ही एक दूसरे के इतना करीब आने का अवसर मिला। काश अइसी ब्लागमीट फिर से हो। तस्वीरें देखें और कामना करें कि एक ब्लागमीट यहाँ अइसी हो जिस मे बहुत बडी संख्या मे हम लोग{हिन्दी ब्लागर्ज़्} इकठे हों। क्या अइसा हो सकता है? आप लोग सोचें फिर मिलते हैं। हाँ 22 मई को यहां एक कवि सम्मेलन है मगर बच्चे हमे लास एन्जलेस घुमाना चाहते हैं शायद वो कवि सम्मेलन मै न देख पाऊँ। अगर देखा तो जरूर रिपोर्ट लिखूँगी।पोस्ट बहुत जल्दी मे लिखी है किसी दिन दोबारा पूरा ब्योरा लिखूँगी।
52 comments:
देश की दो विभूतियों का मिलन,
अमेरिका की ज़मीं पर 11 मई की शाम.
मुस्कुराता है ब्लॉगिंग का चमन,
देख कर अपनी दो आदर्शों को साथ...
जय हिंद...
देश के ब्लॉगरों का विदेश में मिलन। काश ! ऐसे किसी ब्लॉगर मिलन में हम भी शामिल हो पाते। खूब रुचिकर विवरण। हिन्दी ब्लॉगरों का विदेश में मिलन श्रंखला अनवरत् जारी रहनी चाहिए।
अजित जी से आपकी मुलाकात की खबर सुन कर अच्छा लगा. हम तो उनके फोन नम्बर आने का इन्तजार कर रहे हैं. उन्होंने वादा किया था भारत से चलने से पहले.
देखिये, कब बात हो पाती है.
वाह जी बहुत सुंदर.
मैं भी अगले सप्ताह दुबई में हूं. देचता हूं कौन हिन्दी ब्लागर हैं वहां.
अच्छा लगा आप लोगों कि मुलाकात की खबर सुनकर .......
आप दोनों को बहुत-बहुत बधाई
भारत से सुदूर अमेरिका में हिन्दी ब्लॉगिंग की दो महान हस्तियों का आपसी प्रेम देख कर बहुत अच्छा लगा..आप दोनों माताओं को मेरा प्रणाम...ब्लॉगर्स मीट की चर्चा पढ़ना बहुत बढ़िया लगा...बहुत बहुत धन्यवाद माता जी.
आपके इस मिलन का मैं अनुभव कर रही हूँ.....बहुत अच्छा लगा पढ़ कर....शुभकामनायें
अरे .... दोनों ममा साथ में...
अच्छा लगा मिलन,बधाई.
Wah, ye meet bhee khoob rahee !
बहुत अच्छी बात है ये.
मिलना जुलना जारी रहे.
वाह !
ये हुई बढ़िया ब्लौगर मीट। :)
अमेरिकन ब्लॉग मीत देख बहुत अच्छा लगा मासी जी.. कहने हैं दुनिया गोल है, देखिये ना तहाँ भी रिश्ता निकल ही आया .. :)
भारत में रहकर मिलना तो इतना आसान नहीं था अजित मैम से और यहाँ पड़ोसी.. वाह. उनको मेरा प्रणाम कहियेगा. उनकी कमी भी महसूस हो रही है सही दिशा-निर्देशन के लिए.. :(
माहौल बनाये रखें ।
आप सही में मिलने का कोई मौका नहीं चूकती :) बहुत अच्छा लगा पढ़ कर आप लोगों का यूँ मिलना ..
Saral hreday waalon ko har jagah ache log mil hi jaate hain .. bahut achhaa laga aapke milan ko padh kar ...
बस ऐसे ही तार से तार मिल जाते हैं और फिर दुनिया गोल है :) बहुत अच्छा लगा आप दोनों का ये मिलन पढ़कर.
वाह्……मज़ा आ गया ……………सच कहा अगर ब्लोगर ना होती तो कहाँ मिलना हो पाता……………सच एक सशक्त माध्यम बनता जा रहा है ब्लोग्……………कामना करती हूँ आगे भी ऐसी मीट होती रहेंगी।
बहुत मजा आया आप सब को देख कर, ओर खुशी भी हुयी जब आप दोनो एक ही शहर मै ठहरी है, निर्मला जी आप से फ़ोन ना० मांगा था, ता कि आप से बात हो सके, बाकी अब तो वापिसी के दिन भी नजदीक आ रहे है.
आप दोनों के ब्लॉग़र मिलन का पढ़कर बहुत अच्छा लगा....सैर पर निकलते वक्त जो बातें हों उस पर भी ज़रूर लिखिएगा...
बलागर मिलन अच्छा लगा
वाह!!!!!!!!!!! अपने देश से दूर फिर भी ब्लोगर मिलन और उसमे खोजे गए नाते रिश्ते खुशियाँ और अपनापन. बहुत सुखद अनुभूति .
waah yae baat badhiyaa haen padh kar khushi hui
निर्मला जी , विदेश में स्वदेशियों का मिलना कितना मनभावन लगता है , यह तो मैं देख चुका हूँ । बड़ा अच्छा लगा यह ब्लोगर मिलन देखकर ।
आशा है आपकी विदेश यात्रा मंगलमय चल रही होगी ।
Maa ji sach mein bahut khushi huyee aapki yah post padhkar aur blogger meet dekhkar ...
apne sansmaran yun bhi post karte rahiyega... achha lagta hai...
Haardik Shubhkamnayne.
चलिये वहाँ भी महफिल जमा ली आपने
baap re !!,
bahut mushkil se ye page dekh paayi hun...bahut jyada khushi hui aap dono ko dekh kar...aapki khushi mein hamein bhi shamil paaiye..aapko maine email kiya hai...shesh sab shubh ho...
aabhaar..
आप लोगों को कितना सुंदर एहसास हुआ होगा ,यह तो फोटो में दिख रहा है और हम महसूस भी कर सकते हैं ।
निर्मला दी ! इतने दिनों के बाद आपकी पोस्ट देख कर बहुत खुशी हुई ! डॉ. अजीत गुप्ता जी के साथ आपकी भेंट वार्ता बहुत रुचिकर रही ! आज 'उन्मना' आपकी टिप्पणी देख कर अच्छा लगा ! इसी तरह कभी कभी 'सुधीनामा' पर भी विजिट कर लिया करिये ! आपके सहर्ष सानंद प्रवास की कामना करती हूँ !
डॉ.अजित गुप्ता जी जब पिछली बार अमेरिका से लौटीं तो उन्होंने ‘सोने का पिंजर’ लिखा था। इस बार लौटकर वे क्या रचने वाली हैं यह देखना रोचक होगा।
निर्मला जी, आपको इस सुन्दर रिपोर्टिंग के लिए धन्यवाद।
वाह्! आपने तो परदेस में भी ब्लागर मीट कर डाली...ये भी खूब रही!
बहुत ही बढ़िया लगा,आपलोगों का मिलन वृत्तांत....तस्वीरें भी बहुत सुन्दर आई हैं...सच कहा अगर दोनों ब्लॉगर नहीं होते तो इतनी आत्मीयता कैसे पनपती? इस ब्लॉग ने बहुत अनजान लोगों को अपना बनाया है...आपकी अगली मुलाकात और तस्वीरों का इंतज़ार रहेगा...शुभकामनाएं
aannd aa gya ap dono ko videsh ki dharti par ak sath dekhkar aur blogar meet ka vrtant padhkar .umeed hai aage bhi bahut kuch pdhne ko milega .
vaise ak bat btau aapke bina yaha blog jgat soona soona hai .
padh kar bahut maza aaya
22 tareekh ka karykram agar wahi hai jisme kumar vishvas aa rahe hain, tab to jaroor jaaiye
Kyoki us karykram me shri rakesh khandelwaal ji bhi aa rahe hain
Aur ek aur blogger rajeev bhi,
Ek bloggers meet wahan bhi ho jayegi
Agar aap jane ka karykram banaye to mail karen,, mai rajeev ji se kahoonga ki aapse jaroor milen
-Venus kesari
कैलीफोर्निया के चित्र और वहां के घूमने की जगहों के विवरण का इंतजार रहेगा।
विदेश में भारतीय ब्लॉगर मीट ...क्या बात है ...तस्वीरें बहुत ही अच्छी लगी ...!!
Bahut,bahut achha laga padhke!
Aapki 'kahani' khul nahi rahi hai..'page does not exist' aisa message aata hai..
achchha laga....
आप दोनों को बहुत-बहुत बधाई.pataa nahi kyon aapkaa blog hi nahi khul rahaa thaa. bahut mehnat kar aaj kaise bhi khol hi liya. bahut acchaa post.
इस मुलाकात के लिये आप दोनों को बधाई एवं शुभकामनायें ।
मैं निर्मलाजी से मिलने के बाद एलए चले गयी थी और फिर वहां से वेगास और डिजनीलेण्ड। कल ही वापस आयी हूं अपनी बात भी एक दो दिन में लिखूंगी। समीर जी मेरा नम्बर है - 3237377437 अभी आउटलुक सेटअप नही है तो इसी पोस्ट पर डाल रही हूं।
निर्मलाजी अमेरिका में हम बच्चों पर आधीन रहते है जब वे ऑफिस से आए तो ही आना होता है इसलिए देर हो गयी। चलो किसी ने अपना सा उलाहना तो दिया। आपकी पोस्ट के बारे में बहुत कुछ लिखना है लेकिन कभी फुर्सत से लिखूंगी। आपने इतनी अच्छी फोटोज लगायी इसके लिए आभार।
आपलोगों के सुख संतोष की परिकल्पना सहज ही की जा सकती है...
इसी प्रकार ब्लोगर समुदाय में सौहाद्र बना रहे...शुभकामनाएं...
खुशी हुई आप के इस ब्लांक मीट पर और चित्रो को हमारे साथ साझा करने के लिए धन्यवाद । आगे के मुलाकात के विवरण का इंतजार रहेगा ...
बहुत सुखद अनुभूति हुई यह पढ़कर
kitti ajeeb baat hai na ki hindustan me rah kar hindustaan ki sir-zameen par milan nahi hua..aur milan hua bhi to kaha...videsh me...is se u lagta hai na ki duniya kitttttiiiiiii gol aur chhoti si hai na?
aur haa.n aap done k milan ki photo dekh kar ek gana yaad aayaa...
do sitaro ka milan...hindustan se amrika ki zamee.n par...waah kya baat. (ha.ha.ha.)
milte rahiye...hanste rahiye..muskurate rahiye...khush rahiye....aurrrrrrrrrr hame bhi apne aanand se abhibhoot karate rahiye. shubhkaamnaye..
aur dono big bloggers ko hamara sadar pranam.
निर्मला दी , आप आजकल कहाँ हैं ? आशा है आपका अमेरिका प्रवास अपने परवान पर होगा ! मैं भी ११ जून को अमेरिका पहुँच रही हूँ अपने बेटे के पास ! वह कैलीफोर्निया में San Jose में रहता है ! यदि आपको सुविधा हो और आपके स्थान से यह जगह करीब हो तो कृपया मेरे यहाँ अवश्य आइयेगा ! आपका प्रत्युत्तर मिलने पर मैं आपको अपने बेटे के घर का पता और फोन न्. दोनों ही दे दूंगी ! आपसे मिल कर मुझे हार्दिक प्रसन्नता होगी ! आपकी मेल का इंतज़ार रहेगा !
नानी को शुभकामनायें !
निर्मला जी बहुत अच्छा लगा ये दो विभूतियों का मिलन .....अजित जी से ब्लॉग के माध्यम से परिचित तो थी पर ये नहीं पता था मधुमती की संपादिका हैं ....चलिए आज आपके माध्यम से ये भी जान लिया आज ....अजित जी का कहना भी सही है वहाँ बच्चों पर निर्भर रहीं होंगी ...वरना साहित्यकार जरा समय के पाबंद होते हैं ........और आपका स्वदेश लौटना सुखद लगा ...!!
वाह!!!!!!!!!!! अपने देश से दूर फिर भी ब्लोगर मिलन और उसमे खोजे गए नाते रिश्ते खुशियाँ और अपनापन. बहुत सुखद अनुभूति .
सुन्दर रिपोर्टिंग के लिए धन्यवाद।
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