26 November, 2009

मेरे ब्लाग की आज वर्षगाँठ है
कल मेरा जन्म दिन था । आप सब की इतनी शुभकामनायें पा कर अभिभूत हूँ। पता नहीं क्यों मेरी हर खुशी के साथ गम की कोई न कोई दास्ताँ क्यों जु ड जाती है। अब 26/11 की घट्ना को भी शायद कभी भूल नहीं पाऊँगी। इतनी खुश शायद मैं कभी नहीं हुई थी।

सुबह पोस्ट लिखी तो दिन मे ये घटना घट गयी। और दूसरी परेशानी, ये कि कल रात को जब पोस्ट लिखने लगी तो देखा टिप्पणी और पोस्ट वाला विजेट गलत सँख्या बता रहा था। बहुत परेशान हुई । कल दोपहर को 3500 तक टिप्पनी पहुँच गयी थी मगर रात को 405 दिखाने लगा। क्या कोई इसका कारण बता सकता है? खैर मैने फिर सभी पोस्ट और टिप्पनियाँ गिनी ।कुछ पोस्ट भी गायब लगती हैं । आज फिर देखती हूँ। खैर अब बात करती हूँ आज की। आज मेरे ब्लाग की पहली वर्षगाँठ है।
एक साल मे 172 -- प्रविष्टियाँ और 3510 कमेन्ट्स इस के अतिरिक्त मेरा दूसरा ब्लाग वीराँवल गाथा भी है जिस पर केवल 11 प्रविश्टियाँ ही डाल पाई वहाँ कमेन्ट्स पता नहीं कितने हुये । बहुत से फालोयर --- मुझ जैसी अल्पग्य के लिये बहुत बडी उपल्ब्धि है।
मेरे ब्लाग के जन्म की कहानी भी बहुत रोचक है।दिसम्बर 2007 मे रिटायर होने के बाद हम अपने नये घर मे आ गये नया मोहल्ला और नया घर यहाँ मन नहीं लगता था लोग तो नंगल के ही जाने पहचाने थे मगर जो घर जैसे सम्बन्ध पहले वाली जगह बन गये थे वैसे यहाँ नहीं थे। कुछ एक माह बाद छोटी बेटी की शादी तय हो गयी तो उसमे समय कैसे निकल गया पता ही नहीं चला। 1 नवम्नर 2009 मे बेटी की शादी की। अब ब्च्चों को भी चिन्ता हुई कि मम्मी पापा अकेले हैं दिल कैसे लगेगा। मेरे छोटे दामाद ललित जी से आप पहले भी मिल चुके हैं। शादी पर उनके दोस्त सिरिल जी [ब्लागवाणी वाले} ने उनके कान मे फूँक मार दी कि अगर पत्नि को खुश रखना है तो पहले सासू माँ को खुश करना होगा। बस जब पहली बार ललित शादी के बाद मेरे पास 25 नवम्बर को आये तो शाम को सिरिल जी को फोन लगा दिया कि यार अब कोई तरीका भी बताओ कि सासू माँ को कैसे खुश किया जाये। वो एक लेखिका हैं। बस फिर क्या था, सिरिल जी ने झट से ब्लाग बनाने का मश्विरा दे डाला। मैने कहा भी कि मुझे कम्पयूटर तो आता नहीं ब्लाग क्या खाक चलाऊँगी? मगर ललित ने मेरा ब्लाग उसी समय बना दिया और मुझे टाईप करना भी सिखा दिया। बाकी सब कुछ डेस्क टाप पर रख दिया कि यहाँ यहां कलिक करना है। बस फिर क्या था हम भी बन गये ब्लागर । अब हाल ये है कि ललित खुद तो दिल्ली मे बैठे मुस्कुरा रहे हैं और हमारे पास कहीं नज़र उठा कर देखने का समय नहीं है। 2-3 महीने तो इन्टरनेट का बिल 600 के आस पास आया मगर फिर 2000 से उपर जाने लगा तो पति देव भी कुछ कसमसाये। ये शौक तो बहुत मंहगा है। फिर बच्चों ने उनसे कहा कि आप अनलिमिटिड कनेक्शन ले लें।उसमे 750 रुपये लगेंगे बस फिर पति देव ने हिसान किताब लगाया कि अगर मैं सारा दिन खाली रहूँगी तो जरूर मेरा मन अपनी सहेलियों से मिलने को करेगा । अगर महीनी मे चार पाँच चक्कर भी शहर के लगाने गयी तो 500 का तो पट्रोल ही फूँक देगी { ये भी एक बहुत बडी बात है, नहीं तो भारतिय पति शराब पर तो खर्च कर सकते हैं मगर पत्नि के शौक के लिये हर माह इतना खर्च करना कहाँ सहन कर सकते हैं } इससे अच्छा ये कनेक्शन ही ले लेते हैं क्यों कि मुझ से अधिक उन्हें इस का फायदा था।वो तो अपनी किताबों मे इतने व्यस्त रहते हैं कि उनके पास बात करने का भी समय नहीं होता।चलो इसी बहाने वो अपनी शाँति तो बरकरार रख ही सकते हैं। कुछ सोशल सर्विस मे समय निकल जाता है। पहले हाल ये था कि मुझे बात करने के लिये देखना पडता कि कब किताब छोडें मैं बात करूँ । जैसे ही बात शुरू करती वो अपना काम करते हुये इधर उधर चले जाते और मुझे पूरी बात करने के लिये उनके पीछे पीछे जाना पडता कई बा्र इसी बात पर मैं नाराज़ हो जाती । यूँ भी मुझे हूँ हाँ मे ही निपटा देते । मुहल्ला पुराण न तो इन्हें अच्छा लगता है न मुझे।
जब से बलाग्गिंग शुरू की है मैं जरूरी बात करना भी भूल जाती हूँ और हाल ये है कि इन्हें बार बार मुझ से बात करने के लिये मेरे पास आना पडता है। अब मेरे पास टाईम नहीं होता मैं भी इन्हें हूँ हाँ मे ही निपटा देती हूँ। सब्जी की कडाही और कुकर कितनी बार जला चुकी हूँ। इन्हें पता है कि सब्जी गैस पर रख कर भूल जाऊँगी और जल जायेगी।अपने कमरे मे से आवाज़ लगा कर मुझे याद दिलाते रहते हैं।आगे कभी ये बाहर से देर से आते तो प्रश्नों की झडी लगा देती, अब कभी भी आयें मैं आराम से ब्लाग पर काम करती रहती हूँ। कई बार खुद आ कर कुछ बताने लगते हैं तो हूँ हाँ करती रहती हूँ मुझे लगता है ये सब अब गैर जरूरी बातें हैं । फिर इनके होते मैं बाहर की टेंशन क्यों लूँ?
तो है न सब के लिये फायदे का सौदा? मुझे शुरू से महमानवाज़ी बहुत पसंद है अब एक दो महमान आ जायें तो लगता है कि बहुत समय खराब हो गया। पहले मैं रोज़ पोस्ट लिखती थी फिर एक दिन छोड कर्। मगर पिछले कुछ दिनों बिमार हुई तो अब कई कई दिन बाद पोस्ट लिखने लगी हूँ दूसरा बेटी और नातिन साल बाद USA से आयी हैं उनके साथ भी मस्त हूँ। बस कुछ दिन मे ही पहले वाले रुटीन मे आ जाऊँ गी।
एक और बात ब्लागिन्ग ने मुझे बहुत से रिश्तों की खुशी दी है मेरे बेटे बेटियाँ भाई बहने इतना बडा परिवार है कि ये खुशी मुझ से सँभाले नहीं सम्भलती। और आप सब का प्यार और प्रोत्साहन पा कर अभिभूत हूँ। हाँ कुछ दिन से सभी ब्लाग पर नियमित रूप से नहीं जा पा रही हूँ मगर जल्दी सब की शिकायत दूर कर दूँगी। सिरिल जी का धन्यवाद करना चाहूँगी कि उन्हों ने ललित को ये मन्त्र दे कर सच मे मुझे ललित की प्रिय सासू जी बना दिया। ललित और सिरिल जी को बहुत बहुत धन्यवाद और ढेरों आशीर्वाद भी।
और आप सब का भी बहुत बहुत धन्यवाद। यहाँ अर्श बेटे का इस लिये जरूरी जिक्र करना चाहूँगी कि कम्प्यूटर की जानकारी न होने से जब शुरू मे मुझे मुश्किल आती तो अर्श ही मेरी मुश्किल दूर करते थे। उसे आशीर्वाद । एक नाम मेरे भानजे प्रदीप मेहता का जो मेरे कम्प्यूटर को टीम व्यूवर पर लगा कर ठीक करता रहता था मगर अब मैने पुराने की जगह नया कम्प्यूटर ले लिया है। प्रदीप अर्थात छोटू को बहुत बहुत आशीर्वाद। बस ये है कहानी मेरे एक साल के सफर की। अन्त मे ब्लागवाणी का धन्यवाद करना चाहूँगी जिन की वजह से मैं आज यहाँ हूँ। आशा है आप सब पहले की तरह आपना स्नेह और विश्वास बनाये रखेंगे। धन्यवाद।


52 comments:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाये !

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा आपका साहित्य में इस दौरान, खासकर गजले बड़ी उम्दा रची आपने !

Udan Tashtari said...

बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.

Khushdeep Sehgal said...

निर्मला जी,
आप एक आवाज़ लगा कर देखिए, हर शहर में आपके बेटे-बेटियां मौजूद हैं...कल ब्रिटेन से आया दीपक मशाल मेरे साथ ही था...जल्दी ही वो आपसे मिलने आएगा...आपसे मिलने की उत्सुकता उसके चेहरे पर देखते ही बनती थी...मेरे ही लैपटॉप से उसने कल आप को विश भी किया था...जन्मदिन के साथ-साथ ब्लॉग की सालगिरह की भी एक बार फिर बधाई...और ये खुशी के साथ गम वाली बात दिल से निकाल दीजिए...दुनिया है तो कुछ न कुछ तो होता ही रहेगा...

जय हिंद...

seema gupta said...

जन्म दिन की और ब्लॉग की वर्षगांठ की हार्दिक बधाई और शुभकामनाये
regards

Unknown said...

जन्मदिन और ब्लॉग के वर्षगाँठ की डबल बधाई!

आपके ब्लोगर बनने की रोचक कथा पढ़कर बहुत आनन्द आया!

Neelima said...

बधाई आपको !

अनिल कान्त said...

बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ...

दिनेशराय द्विवेदी said...

ब्लागीरी की वर्षगाँठ बहुत बहुत मुबारक! यह साल आप के लिए बहुत गतिशील गुजरा। आगे भी ऐसा ही हो!

Unknown said...

आपकी ब्‍लाग-गाथा पढ़ कर आनंद आया उससे ज्‍यादा आपके ब्‍लागिंग में पर्दापण की कहानी सुन कर।

आपके ब्‍लाग पर जो उपल‍ब्‍धी है उससे तो हम अपनी कहानी गढ़ने में निराश ही हुये है। :)

प्रथम वर्षगाठ की बहुत बहुत बधाई प्रथम के पीछे अनंत शून्‍य देखने की तमन्‍ना है।

"अर्श" said...

varsh gaanth ki dhero badhaayeeyaan aur shubhkamanayen..

fir se aata hun


arsh

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

MOM......आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाये !

mom is great......

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

आपके ब्लाग की सालगिरह पर बहुत बहुत बधाई,
खुशदीप जी के मन्तव्य से मै सहमत हुं।

mehek said...

bahut badhai aur shubkamnaye.aap blog par hai,isiliye hame itani chhi kahaniya aur kavita padhne milti hai.lekhan yuhi jaari rakhe.

arvind said...

happy belated birthday.blogging world me aapka yogdan sarahneey hai.subhkamnaye. may god bless you and keep u healthy and smiling for ever for us.

सदा said...

बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ।

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

ये आपकी मेहनत और जज्बे है जो आपने हम सबका दिल जीता है.
आपके, ब्लॉग और ब्लोगिंग के वर्षगाँठ पर आपको अनंत बधाई!!


सुलभ

Creative Manch said...

आपकी ब्‍लाग-गाथा पढ़ कर आनंद आ गया !
ब्लागीरी की प्रथम वर्षगाठ की आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाये !

Anonymous said...

बधाई आपको, ब्लॉग की वर्षगांठ पर।
ब्लॉग-गाथा भी रोचक रही।

आपके लिए तो फायदे का सौदा रहा यह, लेकिन अब नंगल आने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा हमें :-)

बी एस पाबला

संगीता पुरी said...

बहुत रोचक ढंग से आपने अपने एक वर्ष के ब्‍लागिंग की कहानी पेश की है .. सबका धन्‍यवाद ज्ञापन आपने किया .. पर इस दौरान आपने हम सब लोगों का उत्‍साह कितना बढाया है .. इसे छुपा गयी .. एक वर्ष पूरा होने की आपको बहुत बहुत बधाई .. वर्षों तक ब्‍लागिंग से जुडे रहने के लिए शुभकामनाएं !!

प्रकाश गोविंद said...

आपने ब्लॉग-गाथा बहुत रोचक ढंग से पेश की !

जन्मदिन
और
ब्लॉग के
वर्षगाँठ की
आपको
ढेर सारी
बधाइयाँ और शुभकामनाये !

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

कल और आज दोनो की ही
ढेर सारी बधाइयाँ देता हूँ!

आप दीर्घायु हों और साहित्य श्रजन करती रहें।

Sudhir (सुधीर) said...

निर्मला दी,

देर से ही सही जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ...नौकरी के चक्कर में कई दिनों से ब्लॉगजगत से दूर रहा, काफी कुछ पढना हैं..पर आपके जन्मदिन की बधाई देने का लोभ संवरण नहीं कर पा रहा हूँ...ईश्वर से आपकी दीघ्रायु की प्रार्थना के साथ

आपका अनुज

vandana gupta said...

di
sabse pahle to janamdin ki hardik shubhkamnayein .
ab aapke blog ke janamdin ki bhi aapko dheron shubhkamnayein ..........aapka blog din dooni raat chauguni unnati kare ..........yahi duaa karte hain aur aap pahle ki tarah isi tarah likhti rahein aur hamein kabhi khushi ke to kabhi gamon ke aansuon mein dubati rahein........ek baar phir bahut bahut badhayi.

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत बधाई और शुभकामनाएं.

रामराम.

उन्मुक्त said...

दुगनी बधाई - बीतर हुऐ कल पर जन्मदिन की और आने वाले कल पर चिट्ठे के जन्मदिन की।

रंजू भाटिया said...

बहुत बहुत बधाई .ब्लोगिंग की वजह से बहुत कुछ बदला है ...यह सही कहा आपने ..रोचक ढंग से यह शुरुआत लिखी है आपने ...यूँ ही लिखती रहे बहुत बधाई के साथ
रंजू

rashmi ravija said...

बहुत बहुत बधाई...ब्लॉग के वर्षगाँठ पर...आप सतत ऐसे ही लिखती रहें...यही कामना है.

rashmi ravija said...
This comment has been removed by the author.
अजय कुमार said...

ब्लाग वाणी का आभार तो हम सब ब्लागर मानते है,आपको बधाई । आपका आर्शीवचन लेने आपके ब्लाग पर नियमित आता रहता हूं

Hiteshita Rikhi said...

मम्मा बहुत बहुत बधाई। सच मे मुझे नाज़ है अपनी माँ पर इतनी विपरीत परिस्थितियों मे यहाँ तक पहुँचना सच् मे एक बहुत बडी उपल्ब्धि ह। कितने गर्व की बात है कि मैं आपकी बेटी हूँ

"अर्श" said...

ZINDAGEE ME BAHUT SAARI CHIJE AUR BAATEN AISI HOTI HAIN JISE AAP DUSARON SE SHARE NAHI KAR SKATE ...
ZINDAGEE ME BAHUT SAARI SUKH BHI AAP DUSARON SE SHARE NAHI KAR SAKTE..
ZINDAGEE ME BAHUT SAARI KHUSHIYAN BAHI AAP DUSARON SE SHARE NAHI KAR SAKTE ...
SACH KAHUN TO AAPKO IN SABHI CHIJON KO BATAANE KE LIYE JIS ALFAAZ KI JARURAT HOTI HAI WO AAP BANAA NAHI PAATE... AUR YAHI KARAAN HAI KE MAIN KUCHH KAH NAHI PAA RAHAA AAPKE AAJ KI POST KE BAARE ME...
BAS YAHI KE EK PURA PARIVAAR MILAA HAI AAPKO AUR AAPSE HAMKO...
KYUNKE RISHTE BANAANE SE BANTE HAIN... NIBAH KARNAA THODA MUSHKIL MAGAR AAP ISI EK CHIJ ME BAHUT MAHIR HAIN... YE MAIN JAANTA HUN ...

BAS AAPKI LAMBI AAYU AUR BADHIYA SWASTHYA KI KAMANAA KARTA HUN...

SALAAM AAPKO

ARSH

पंकज सुबीर said...

मैं देर करता नहीं देर हो जाती है । जन्‍मदिन की मंगल कामनाएं एक दिन देर से । ईश्‍वर आपको दीर्घायु करे । आप स्‍वस्‍थ और सानंद रहें । अर्श ने बताया कि इन दिनों आपकी बिटिया आई हुई हैं आपके पास । तब तो बहुत आनंद से समय कट रहा होगा । पुन: शुभकामनाएं ।

Dr. Shreesh K. Pathak said...

अनगिन शुभकामनाएं..!!!

श्यामल सुमन said...

शुरू से आजतक के सफर का विस्तृत व्योरा पढ़ा जो रोचक था। अनेकानेक शुभकामनाएं एवं बधाईयाँ।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com

Anonymous said...

happy birthday do you???????
All hindi blogger wishesh to you??

http://etips-blog.blogspot.com Se Mukesh yadav

डॉ टी एस दराल said...

एक साल में १७२ !
बहुत बहुत बधाई।
आप ब्लॉग परिवार की शान हैं, निर्मला जी ।

Urmi said...

आपकी ब्लॉग की वर्षगांठ पर आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनायें! आपकी हर एक पोस्ट मुझे बेहद पसंद है और हमेशा इसी तरह लिखते रहिएगा !

ज्योति सिंह said...

janam din ki shubhkaamnaye saath hi dhero badhaiyaan aur aapki is unnati pe hame haardik khushi hai

shikha varshney said...

निर्मला जी ! आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आई हूँ.और आते ही आपके और आपका और आपके ब्लॉग का जन्मदिन मनाने का मौका मिला.आपको बहुत बहुत शुभकामनाये.आपके ब्लॉग के शुरुआत की रोचक जानकारी भी मिली बहुत मजा आया पढ़कर और बाकि की रचनाएँ पढने आती रहूंगी.आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरा मन बढाया बहुत आभारी हूँ.शुक्रिया.

Unknown said...

nirmlaji ..are muje malum hi nahi tha ..galti mujse hi hue ki mein dhyan nahi ker paya ...AAPKO JANMDIN KI HARDIK BADHAI ..AAP SADA SWASTH AUR PRASSAN REHE V APNE BLOG KO SARVSRESTH BANATI REHE..aapko aur aapke kitabi pati ko hardik badhai...acha laga aapka dharaprav bahsha meinbayan kiya blog ka ek saal ...

Sadhana Vaid said...

निर्मला जी,
आपके जन्मदिन की अशेष शुभकामनाओं के साथ आपके ब्लॉग की वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में भी मेरी ढेर सारी बधाइयाँ स्वीकार कीजिये । ब्लॉग आरम्भ करने की आपकी गाथा बहुत ही रोचक रही । अपने अनुभव से हमें भी राह दिखाती रहियेगा यही कामना है । जन्मदिन आपको बहुत बहुत मुबारक हो ।

राज भाटिय़ा said...

आप को ब्लांग के जन्म दिन की भी बहुत बहुत बधाई

Anonymous said...

आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाये !!!

Lalit Suri said...

Hello Mummy jee..

बहुत बडीया लिखा है !!

मुझे चन्ने की झाड पर चडा दिया !

It's really good to read your blog and wishing you a very very Happy Blogging Anniversary 2009!!

यह एक साल कैसे निक्ला पता ही नहीन चला !!

आप को जन्म दिन और अनीवर्सरी की बहुत बहुत शुभ काम्नाये !!

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

बहुत ही रोचक तरीके से आपने ब्लागजगत की अपनी इस यात्रा को कहानी के रूप में पेश किया...कामना करता हूँ कि आगे भी आपकी ये यात्रा यूँ ही अनवरत चलती रहे.....शुभकामनाऎँ!!!

वाणी गीत said...

बहुत बधाई ...ब्लोगिंग के सफ़र की रोचक जानकारी दी ...जो आपने रिटायर्मेंट के बाद किया ....हम पहले शुरू कर चुके ...सचमुच अपडेट रहने के लिए ब्लोगिंग एक सुलभ और सशंक्त माध्यम है ...!!

अनूप शुक्ल said...

आपके और आपके ब्लाग के जन्मदिन की बहुत बहुत बधाइयां!

निर्मला कपिला said...

वाह रे दामाद जी देखो तमाशा मेरा बस आपका काम तो हो गया अब रोज़ मैं सिर खपाती रहूँ और आपके लिये तो और भी अच्छा अपनी बेटी को याद करने का समय भी कम और बेटी भी यही सोवेगी कि चलो माँ खुश है । बहुत बडिया तरकीब निकाली बच्चे। हा हा हा । वैसे सच कहूँ इतना गर्व किसी माँ को अपने बेटे पर भी नहीं होगा जितना मुझे तुम पर है सदा सुखी रहो बहुत बहुत आशीर्वाद्

Asha Joglekar said...

निर्मला जी बहुत बधाई ब्लॉगिंग का एक वर्ष पूर्ण करने की और जनम दिन की भी ।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

nirmla ji,

aapki bloging ki kahani meri kahani se bahut milati julati hai...main to abhi seekh hi rahi hun...

BLOG KI VARSHGANTH PAR BAHUT BAHUT BADHAI AUR SHUBHKAMNAYEN...

Apanatva said...

बहुत बधाई और शुभकामनाएं.

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