हाईकु
साथ जो छूटा
आसमान से जैसे
तारा हो टूटा
खून पसीना
बहाता है किसान
फिर दे जान?
आँगन मे मेरे
आया है मधुमास
लेकर आस ।
अगर देगा
रिश्तों को तू सम्मान
पाये सम्मान।
मुंडेर बैठा
कौआ गीत सुनाये
कोई है आये
प्यार कहाऊँ
सब की रग रग
में बह जाऊँ
देश बचाओ
अर्जुन बन जाओ
धर्म निभाओ
बदरा आओ
धरती है कहती
प्यास बुझाओ
जुल्फ उडाये
पास जब भी आये
प्यास बुझाये
रंग बिरंगी
तितली के पँखों सी
चुनरी सोहे
आहट जो हो
दर पे सोचूँ मै
शायद वो हो
खोल निहारूँ
माज़ी के दरीचों को
तुझे पुकारूँ
अँखो की नमी
पूछती है अक्सर
किसकी कमी?
आसमान से जैसे
तारा हो टूटा
खून पसीना
बहाता है किसान
फिर दे जान?
आँगन मे मेरे
आया है मधुमास
लेकर आस ।
अगर देगा
रिश्तों को तू सम्मान
पाये सम्मान।
मुंडेर बैठा
कौआ गीत सुनाये
कोई है आये
प्यार कहाऊँ
सब की रग रग
में बह जाऊँ
देश बचाओ
अर्जुन बन जाओ
धर्म निभाओ
बदरा आओ
धरती है कहती
प्यास बुझाओ
जुल्फ उडाये
पास जब भी आये
प्यास बुझाये
रंग बिरंगी
तितली के पँखों सी
चुनरी सोहे
आहट जो हो
दर पे सोचूँ मै
शायद वो हो
खोल निहारूँ
माज़ी के दरीचों को
तुझे पुकारूँ
अँखो की नमी
पूछती है अक्सर
किसकी कमी?
सभी हाइकु कमाल के.... जीवन की झलक लिए......
ReplyDeleteप्रवाह लगने लगा अब हाईकू में।
ReplyDeleteआँखों की नमी पूछती है आखिर किसकी कमी ...
ReplyDeleteखून पसीन बहता किसान फिर दे अपनी जान ...
सभी शानदार है !
आहट जो हो
ReplyDeleteदर पे सोचूं मैं
शायद वो हो
xxxxxxxxxxxxxx
आँखों की नमी
पूछती है आखिर
किसकी कमी .
जीवन की वास्तविकताओं के बेहद करीब सभी सशक्त भाव लिए हैं ...आपका शुक्रिया
main to yahin kahunga..ki ek shaandaar rachna hai...jisko aap HAIKU kah rahe ho:)
ReplyDeleteDi define kar do Haiku ko to ham jaise nau-sikhiye ke liye behtar rahega..:)
.
ReplyDeleteला ........... जवाब.
बे ........... हिसाब.
हाइकू की कहाँ मिलती
ये ........... किताब.
.
खून पसीन बहाता किसान फिर दे अपनी जान ...
ReplyDeleteसही कहा, पर हमारे कृषि मंत्री को पता ही नहीं की किसान ऐसा क्यों करता है वो तो उसके लिए सब कुछ कर रहे है |
सभी शानदार है !
ReplyDeleteइस होम्योपेथी डोज को सप्ताह में एकबार लेने से काम चल जाएगा?
ReplyDeletedesh bachaao
ReplyDeletearjun ban jao.... bahut hi gahri baat
वाह!! जी, यह हाईकु तो कमाल है।
ReplyDeleteकम शब्दों में गहरी बात? अतिगहन!!
देश बचाओ
अर्जुन बन जाओ
धर्म निभाओ
सत्य है, जब बात देश बचानें की हो तो अर्जुन बन जाना ही राजधर्म है।
हमें तो आपके हाईकू बहुत पसंद आये हैं और आते रहेंगे.. :)
ReplyDeleteबेहद सुन्दर हाइकू…………हर हाइकू मे जीवन दर्शन्।
ReplyDeleteछोटे छोटे सच... :)
ReplyDeleteWah! Sabhee haiku kamal ke hain!
ReplyDeleteबहुत शानदार पोस्ट प्रस्तुत की है आपने .शायद ब्लॉग जगत में ऐसी पोस्ट पढने से ही इसकी सार्थकता साबित होती है .बधाई .
ReplyDeleteनिर्मला जी आपके हाइकु ने कम शब्दों में भावों को सुन्दरता से अभिव्यक्त किया है.. अंतिम हाइकु ने झकझोर दिया..
ReplyDeleteजीवन के रंग समेटे सभी हाइकू लाजवाब है ... इस विविध लेखन में आपकी महारत काबिले तारीफ़ है ..
ReplyDeleteनिर्मला जी,
ReplyDeleteआपसे इस नई शैली के बारे मे जाना । गहरी सोच को इतने कम शब्दो में व्यक्त करना अच्छा लगा । आभार ।
आँखों की नमी
ReplyDeleteपूछती है आखिर
किसकी कमी .
कमा के हाइकू हैं
.प्रेरणास्पद अभिव्यक्ति है.
ReplyDeleteसटीक हाइकू.
ReplyDeleteआपतो बहुत अच्छे हाइकू लिखती हैं ... शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत भावपूर्ण हाइकू हैं निर्मला दी ! सभी बहुत अच्छे हैं, विशेष कर यह लाजवाब है !
ReplyDeleteआहट जो हो
दर पे सोचूँ
शायद वो हो !
बहुत सारी शुभकामनायें एवं आभार !
सभी हाइकू बहुत शानदार ..
ReplyDeleteसभी ने इतना कुछ लिख दिया कि समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या लिखूँ? इतना ज़रूर कहुँगा कि सभी की कही बातों से सहमत हूँ।
ReplyDeleteआपने बहुत ही अच्छा लिखा है। आपको बधाई।
देश बचाओ
ReplyDeleteअर्जुन बन जाओ
धर्म निभाओ
बहुत सुंदर अभिव्यक्तियों से सजे हाइकु.
तितली के रंगों से हैं आपके हाईकु.
ReplyDeleteसब रंग समेत लिए आपने.
दुनिया के दर्द से लेकर अपने दर्द तक.
सीख भी है.
आशा भी है.
आप की काव्य शैली बहुत ही अच्छी है.
लो, कुछ तो याद भी हो गए जी.
सलाम.
mazedaar
ReplyDeleteसभी हाइकू बहुत उत्कृष्ट हैं!
ReplyDeleteबेहद सुन्दर हाइकू……
ReplyDeletesunder rachna hai
ReplyDeletehar haiku behatreen.....
ReplyDeleteदीदी,
ReplyDeleteबड़ा रोचक विधा है।
या आप इसे रोचक बना देती हैं।
सब एक से एक।
अब तो मुझे भी मन कर रहा है हाइकु लिखूं।
निम्मो दी!
ReplyDeleteएक बार हाइकू का व्याकरण समझ लूँ तो ख़ुद भी लिखूँ.. आपने सभी हाईकू शानदार लिखे हैं!!
आप की यह हाइकू बहुत सुंदर लगी जी, बिलकुल हाइकू की तरह, धन्यवाद
ReplyDeleteआज ४ फरवरी को आपकी यह सुन्दर भावमयी विचारोत्तेजक हाइकू चर्चामंच पर है... आपका धन्यवाद ..कृपया वह आ कर अपने विचारों से अवगत कराएं
ReplyDeletehttp://charchamanch.uchcharan.com/2011/02/blog-post.html
sateek aur sunder haiku
ReplyDeleteबहुत सुन्दर निर्मला जी । आपका ब्लाग bolg world .com में जुङ गया है ।
ReplyDeleteकृपया देख लें । और उचित सलाह भी दें । bolg world .com तक जाने के
लिये सत्यकीखोज @ आत्मग्यान की ब्लाग लिस्ट पर जाँय । धन्यवाद ।
आदरणीया निर्मला कपिला जी सादर अभिवादन|
ReplyDeleteसरल-सरस-रुचिकर हाइकु पेश की हैं आपने| नमन|
खास कर किसान, कौआ और प्यार वाली में तो आपकी लेखनी का जादू अद्भुत है|
छोटे-छोटे हाइकू में बड़े-बड़े सत्य छिपे हुए हैं।
ReplyDeleteवाह...बहुत बहुत सुन्दर ...सभी के सभी...
ReplyDeleteदेश बचाओ अर्जुन बन जाओ
ReplyDeleteधर्म निभाओ....
प्यार कहाऊं
सबकी रग रग में
बह जाऊं
माँ जी! बहुत सुंदर प्रेरक हाइकू
कित्ते अच्छे-अच्छे हाइकू...
ReplyDeleteकमाल की लघु प्रस्तुति हे ये हाईकु.
ReplyDeleteकमाल की लघु प्रस्तुति हे ये हाईकु.
ReplyDeleteसभी हाईकू 'गागर में सागर ' की तरह प्रभावित करते हैं. आज के इंसान के मनोभावों को न्यूनतम शब्दों में अधिकतम अभिव्यक्ति देने की यह शैली भी काफी दिलचस्प है. बधाई,आभार और शुभकामनाएं.
ReplyDeleteहर हाइकू मे जीवन दर्शन्।
ReplyDeleteवाह... सत्य... लाजवाब...
ReplyDeleteNirmla ji, bahut hi achchhi hai sabhi hayku..... sunder prastuti.
ReplyDeleteदेश बचाओ
ReplyDeleteअर्जुन बन जाओ
धर्म निभाओ
वाह! क्या भाव समाया है इस छोटी सी हाइकू में .
बहन निर्मला जी आपके हाइकु पढ़कर अच्छा लगा । बहुत सुन्दर प्रस्तुति है । मैं 2 फ़रवरी से दिल्ली से बाहर था अत:नेट से दूर रहा । विलम्ब के लिए क्षमा
ReplyDeleteसभी शानदार है|
ReplyDeleteबहुत से लोगों ने हाईकु की विधा के बारे मे पूछा है। मै तो अभी इस विधा के बारे मे बतने के योग्य नही हूँ अगर आप सीखना चाहते हैं तो यहाँ आदरणीय रामेश्वर कम्बोज हिमाँशू जी से सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद। ये रहा उनका हिन्दि हाईकु का ब्लाग्
ReplyDeletehttp://hindihaiku.wordpress.com/author/rkamboj/
सभी बढ़िया...
ReplyDeleteदेरी से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं.खूबसूरत इंद्रधनुषी छटा बिखेरते सभी हाईकु अद्वितीय हैं. आभार.
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
ऑखों की नमी
ReplyDeleteपूछती है अक्सर
किसकी कमी ?
अति खूबसूरत.
हर हाइकू मे जीवन दर्शन्।
ReplyDeletegst registration