tag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post349290121917422427..comments2024-03-19T14:53:12.000+05:30Comments on वीर बहुटी: निर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comBlogger68125tag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-17450662689088082142010-12-13T20:57:31.324+05:302010-12-13T20:57:31.324+05:30लड़ने से क्या हासिल होगा?
मिलजुल हाथ मिला कर देखो ...लड़ने से क्या हासिल होगा?<br />मिलजुल हाथ मिला कर देखो <br /><br />बहुत ख़ूब !Vivek Mishrshttps://www.blogger.com/profile/18338162959806741052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-32902530259150220122010-12-06T19:30:05.371+05:302010-12-06T19:30:05.371+05:30वाह वाह!! बहुत उम्दा!वाह वाह!! बहुत उम्दा!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-11975965157976787842010-12-06T17:59:17.778+05:302010-12-06T17:59:17.778+05:30औरों के घर रोज़ जलाते
अपना भी जलवा कर देखो
बिन रोज...औरों के घर रोज़ जलाते<br />अपना भी जलवा कर देखो<br /><br />बिन रोजी के जीना मुश्किल<br />रोटी दाल चला कर देखो<br /><br />खोटे सिक्के रोज़ न चलते<br />सच को मात दिला कर देखो<br /><br />बेहतरीन गज़ल...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-58782760010893980782010-12-06T15:40:37.343+05:302010-12-06T15:40:37.343+05:30नोटों पर जब पाबन्दी होगी तब सरकार बनाकर या बचाकर क...नोटों पर जब पाबन्दी होगी तब सरकार बनाकर या बचाकर क्या करेंगे !!<br />बेहतरीन गज़ल .. वाहM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-8886216961670179782010-12-06T10:28:31.060+05:302010-12-06T10:28:31.060+05:30जीवन सूत्र।जीवन सूत्र।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-44088290429362195032010-12-05T22:04:14.268+05:302010-12-05T22:04:14.268+05:30सुन्दर और बेहतरीन प्रस्तुति ...सुन्दर और बेहतरीन प्रस्तुति ...अंजना https://www.blogger.com/profile/07031630222775453169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-44765274968118168892010-12-05T14:27:54.246+05:302010-12-05T14:27:54.246+05:30वाह ... कमाल के शेर हैं सब ... कमाल की ग़ज़ल है ये...वाह ... कमाल के शेर हैं सब ... कमाल की ग़ज़ल है ये ... ये शेर ख़ास कर पसंद आया मुझे .... बिन रोज़ी के जीना मुश्किल ... गहरी सूझ से मिक्ले हुवे शेर हैं सब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-20872414729660458002010-12-04T22:44:39.038+05:302010-12-04T22:44:39.038+05:30नोटों पर पाबंदी हो गर
फिर सरकार बचा कर देखो
यह व...नोटों पर पाबंदी हो गर <br />फिर सरकार बचा कर देखो <br />यह व्यंग्य नहीं सच्चाई को वयां करती रचना , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-23975978154072659082010-12-04T20:31:42.126+05:302010-12-04T20:31:42.126+05:30बेहतरीन गजल बहुत खूब लिखा है.बेहतरीन गजल बहुत खूब लिखा है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-14173459991786613052010-12-04T16:36:33.711+05:302010-12-04T16:36:33.711+05:30निर्मला जी, इस चिंतनयुक्त कविता के लिए हार्दिक बध...निर्मला जी, इस चिंतनयुक्त कविता के लिए हार्दिक बधाईयॉं।<br /><br /><br />---------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">ईश्वर ने दुनिया कैसे बनाई?</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">उन्होंने मुझे तंत्र-मंत्र के द्वारा हज़ार बार मारा।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-65165660758209872852010-12-04T15:55:17.912+05:302010-12-04T15:55:17.912+05:30क्या ग़ज़ल कही है...और धारदार कटाक्ष....कमाल कर दि...क्या ग़ज़ल कही है...और धारदार कटाक्ष....कमाल कर दियावीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-55133733881276647342010-12-04T12:49:20.210+05:302010-12-04T12:49:20.210+05:30सुख में साथी सब बन जाते
दुख में साथ निभा कर देखो
इ...सुख में साथी सब बन जाते<br />दुख में साथ निभा कर देखो<br />इस गजल की हर एक पंक्ति अर्थपूर्ण है ...बहुत खूब लिखा है ...शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-47295209745118795052010-12-03T19:50:45.918+05:302010-12-03T19:50:45.918+05:30देता झोली भर कर सब को,
द्वार ख़ुदा के जाकर देखो .
...देता झोली भर कर सब को,<br />द्वार ख़ुदा के जाकर देखो .<br />क्या बात है, <br /><br />ॐ साईं नाथाय नमः <br /><br />सुन्दर भावाभिव्यक्तिKunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-80828059692883565662010-12-03T18:05:10.711+05:302010-12-03T18:05:10.711+05:30bahut badhiya rachna lagibahut badhiya rachna lagiMithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-91226731434385457222010-12-03T15:55:06.341+05:302010-12-03T15:55:06.341+05:30बधाईयाँ..!!बधाईयाँ..!!priyankaabhilaashihttps://www.blogger.com/profile/17633503503237589489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-49616858879201371402010-12-03T14:56:16.021+05:302010-12-03T14:56:16.021+05:30वाह वाह वाह....
क्या बात कही है...
जीवन को सुन्द...वाह वाह वाह....<br /><br />क्या बात कही है...<br /><br />जीवन को सुन्दर बनाने के गुर सिखाती,प्रेरणा देती अतिसुन्दर ग़ज़ल...<br /><br />हर शेर लाजवाब !!!<br /><br />पहले शेर में "मन 'की' मैल..." हो गया है...कृपया टंकण त्रुटि ठीक कर लें...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-28111990472684594512010-12-03T14:55:58.196+05:302010-12-03T14:55:58.196+05:30वाह वाह वाह....
क्या बात कही है...
जीवन को सुन्द...वाह वाह वाह....<br /><br />क्या बात कही है...<br /><br />जीवन को सुन्दर बनाने के गुर सिखाती,प्रेरणा देती अतिसुन्दर ग़ज़ल...<br /><br />हर शेर लाजवाब !!!<br /><br />पहले शेर में "मन 'की' मैल..." हो गया है...कृपया टंकण त्रुटि ठीक कर लें...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-8369478495183084652010-12-03T14:08:31.808+05:302010-12-03T14:08:31.808+05:30नए विचारों के साथ गुँथी कविता बहुत अच्छी लगी.नए विचारों के साथ गुँथी कविता बहुत अच्छी लगी.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-73512128525504832732010-12-03T09:52:30.893+05:302010-12-03T09:52:30.893+05:30बहुत अच्छी गज़ल ...सन्देश के साथ सरकार पर कटाक्...बहुत अच्छी गज़ल ...सन्देश के साथ सरकार पर कटाक्ष भी है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-69953433137528978582010-12-03T08:58:22.267+05:302010-12-03T08:58:22.267+05:30अच्छे सन्देश के साथ सुन्दर विचारशील ..रचना आपकी रच...अच्छे सन्देश के साथ सुन्दर विचारशील ..रचना आपकी रचना बहुत अच्छी लगी .. आपकी रचना आज दिनाक ३ दिसंबर को चर्चामंच पर रखी गयी है ... http://charchamanch.blogspot.comडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-45946296489895528432010-12-03T07:41:30.429+05:302010-12-03T07:41:30.429+05:30सही चुनौती है जी!सही चुनौती है जी!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-84038281851290254782010-12-03T00:42:22.423+05:302010-12-03T00:42:22.423+05:30बहुत सुंदर ग़ज़ल विचारोत्तेजक और भावप्रवण। आभार आप...बहुत सुंदर ग़ज़ल विचारोत्तेजक और भावप्रवण। आभार आपका।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-83982251593753874602010-12-02T23:56:57.356+05:302010-12-02T23:56:57.356+05:30निर्मला जी ग़ज़ल इतनी सरल और सहज रूप से लिखा जाता ...निर्मला जी ग़ज़ल इतनी सरल और सहज रूप से लिखा जाता है , आपकी ग़ज़ल को पढ़ कर लगता है.. लेकिन सम्प्रेशानियता के मामले में आपकी ग़ज़ल बहुत ऊपर और उम्दा है.. कुछ शेर तो याद भी हो गया.. अंतिम शेर तो आज के हालत पर बढ़िया व्यंग्य है.. सादरअरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-70761197091884862782010-12-02T22:20:02.768+05:302010-12-02T22:20:02.768+05:30इतनी सहज भाषा में पूरी रवानगी के साथ अपनी बात कहना...इतनी सहज भाषा में पूरी रवानगी के साथ अपनी बात कहना कठिन है । आपकी यह ग़ज़ल बोधगम्य होने के साथ-साथ गहरा सन्देश देती है।बहुत कूब है यह शेर- मन का मैल हटा कर देखो<br />सोच के दीप जला कर देखोसहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4297287248153899458.post-58559387058122846312010-12-02T21:35:59.379+05:302010-12-02T21:35:59.379+05:30लडने से क्या हासिल होगा?
मिलजुल हाथ मिला कर देखो
ब...लडने से क्या हासिल होगा?<br />मिलजुल हाथ मिला कर देखो<br />बहुत अच्छा संदेश देता शेर...<br />सभी अश’आर अच्छे लगे.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.com